पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे अनिल शास्त्री भोपाल से लोकसभा चुनाव में उतरना चाहते हैं। वह कांग्रेस की ओर से भोपाल से उम्मीदवारी चाह रहे हैं। वहीं, भाजपा की ओर से भी उनसे संपर्क किया गया है। अनिल कांग्रेस में हैं और स्पष्ट कह दिया है कि वह कांग्रेस में ही रहेंगे। भोपाल मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्रियों की सीट रही है।
खबरों के अनुसार, अनिल शास्त्री से भाजपा की ओर से भी कुछ नेताओं ने संपर्क किया है। यदि वह सहमति देते तो उनका नाम भोपाल के भाजपा प्रत्याशी के रूप में आगे बढ़ाया जा सकता था, लेकिन शास्त्री ने स्पष्ट कर दिया है कि वह कांग्रेस में हैं और कांग्रेस में ही रहेंगे। पार्टी मध्यप्रदेश की जिस सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहेगी वे वहां से चुनाव लड़ेंगे।
भोपाल लोकसभा सीट पर पिछले तीन दशक से भाजपा का कब्जा रहा है। वर्तमान में आलोक संजर यहां के सांसद हैं। एक समय मुख्य सचिव रहे सुशीलचंद वर्मा यहां से चार बार सांसद रहे थे। उनकी मृत्यु हो चुकी है। उनके अलावे पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती और कैलाश जोशी भी यहां से सांसद रह चुके हैं। इस बार भी भाजपा यहां से कोई मजबूत प्रत्याशी उतारना चाहती है।
मध्य प्रदेश में उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस भी लगातार बैठकें कर रही है। 11 मार्च को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक है, जिसमें पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा हो सकती है। फिलहाल गुना-शिवपुरी से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, ग्वालियर से प्रियदर्शनी राजे सिंधिया, रतलाम से कांतिलाल भूरिया और छिंदवाड़ा से सीएम कमलनाथ के पुत्र नकुल नाथ के नाम की चर्चा हो रही है। भोपाल से दिल्ली की सीएम रह चुकीं शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित का नाम भी चर्चा में है।